🕉️ महादेव को प्रसन्न करने का पावन अवसर – शिवरात्रि पूजन विधि और लाभ

🌿 शुद्धता और नियम का पालन करें

सुबह ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें, साफ-सुथरे वस्त्र पहनें, व्रत का संकल्प लें और मन को शुद्ध रखें।

शिवलिंग का अभिषेक इन सामग्रियों से करें

जल, दूध, शहद, दही, घी, गंगाजल, और बिल्वपत्र से शिवलिंग का अभिषेक करें। बिल्वपत्र पर ॐ नमः शिवाय लिखें – यह बहुत फलदायक होता है।

महामृत्युंजय जाप या ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें

कम से कम 108 बार जप करें। जाप करते समय मन स्थिर और शांत रखें।

🪔 रात्रि पूजन अवश्य करें

रात्रि के प्रथम प्रहर से लेकर निशीथ काल तक शिव पूजन करें। दीप जलाएं, धूप दें, भस्म लगाएं और शिव तांडव स्तोत्र या शिव चालीसा पढ़ें।

 अन्न-जल दान करें और व्रत कथा सुनें

अंत में जरूरतमंदों को भोजन या वस्त्र दान करें। व्रत कथा का श्रवण करें या सुनाएं ताकि पूर्ण पुण्य प्राप्त हो।