कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस या धनत्रयोदशी कहते हैं। इस दिन भगवान धन्वंतरी अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। भारत सरकार ने इसे राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस घोषित किया है।
जैन आगम में इसे धन्य तेरस / ध्यान तेरस कहते हैं। भगवान महावीर इस दिन योग निरोध के लिए चले गए और दीपावली पर निर्वाण प्राप्त किया।
लोक कथा के अनुसार, यम के नाम पर दीप जलाने से अकाल मृत्यु से रक्षा होती है। इस दिन यम देवता के नाम पर व्रत भी रखा जाता है।