बुद्ध पूर्णिमा का महत्व (Buddha Purnima Importance)
बुद्ध पूर्णिमा का महत्व (Buddha Purnima Importance)
भगवान बुद्ध का जन्म दिवस – बुद्ध पूर्णिमा को गौतम बुद्ध के जन्म के रूप में मनाया जाता है, जिन्होंने बौद्ध धर्म की स्थापना की और अहिंसा, करुणा और सत्य का संदेश दिया।
भगवान बुद्ध का जन्म दिवस – बुद्ध पूर्णिमा को गौतम बुद्ध के जन्म के रूप में मनाया जाता है, जिन्होंने बौद्ध धर्म की स्थापना की और अहिंसा, करुणा और सत्य का संदेश दिया।
ज्ञान प्राप्ति (बोधि) का दिन – इसी दिन सिद्धार्थ गौतम को बोधगया में पीपल वृक्ष के नीचे ध्यान करते हुए ज्ञान प्राप्त हुआ और वे 'बुद्ध' बने।
ज्ञान प्राप्ति (बोधि) का दिन – इसी दिन सिद्धार्थ गौतम को बोधगया में पीपल वृक्ष के नीचे ध्यान करते हुए ज्ञान प्राप्त हुआ और वे 'बुद्ध' बने।
महापरिनिर्वाण (मृत्यु) का दिन – बुद्ध पूर्णिमा का यह भी महत्व है कि इसी दिन भगवान बुद्ध ने कुशीनगर में महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था।
महापरिनिर्वाण (मृत्यु) का दिन – बुद्ध पूर्णिमा का यह भी महत्व है कि इसी दिन भगवान बुद्ध ने कुशीनगर में महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था।
📿 ध्यान और करुणा का प्रतीक – यह दिन ध्यान, दया, और सेवा का प्रतीक माना जाता है, जब लोग दान, उपवास, और पूजा-पाठ करते हैं।
📿 ध्यान और करुणा का प्रतीक – यह दिन ध्यान, दया, और सेवा का प्रतीक माना जाता है, जब लोग दान, उपवास, और पूजा-पाठ करते हैं।
अंतरराष्ट्रीय शांति और संदेश का दिन – बुद्ध पूर्णिमा दुनिया भर में शांति, सद्भाव और आध्यात्मिक जागरूकता फैलाने के लिए मनाई जाती है।
अंतरराष्ट्रीय शांति और संदेश का दिन – बुद्ध पूर्णिमा दुनिया भर में शांति, सद्भाव और आध्यात्मिक जागरूकता फैलाने के लिए मनाई जाती है।