होलिका दहन की पवित्र अग्नि में न डालें ये 5 चीजें, कष्टों से भर जाएगा जीवन
होलिका दहन की पवित्र अग्नि में न डालें ये 5 चीजें, कष्टों से भर जाएगा जीवन
13 मार्च को फाल्गुन पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाएगा. इस साल होलिका दहन का मुहूर्त रात 11 बजकर 27 मिनट से शुरू हो रहा है.
13 मार्च को फाल्गुन पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाएगा. इस साल होलिका दहन का मुहूर्त रात 11 बजकर 27 मिनट से शुरू हो रहा है.
आपने होलिका की अग्नि में लोगों को उपले की माला, तिल, सूखा नारियल जैसी चीजें डालते देखा होगा. मनोकामना की पूर्ति के लिए लोग ऐसा करते हैं.
आपने होलिका की अग्नि में लोगों को उपले की माला, तिल, सूखा नारियल जैसी चीजें डालते देखा होगा. मनोकामना की पूर्ति के लिए लोग ऐसा करते हैं.
लेकिन कुछ लोग जाने-अनजाने ऐसी चीजें भी डाल देते हैं, जिनके प्रयोग से जीवन में दुख, तकलीफ बढ़ने लगती हैं. आपको ऐसी ही कुछ चीजों के बारे में बताते हैं.
लेकिन कुछ लोग जाने-अनजाने ऐसी चीजें भी डाल देते हैं, जिनके प्रयोग से जीवन में दुख, तकलीफ बढ़ने लगती हैं. आपको ऐसी ही कुछ चीजों के बारे में बताते हैं.
1. होलिका की पवित्र अग्नि में गंदे कपड़े, टायर या प्लास्टिक का सामान न डालें. इससे होली माता का तिरस्कार होता है और पर्यावरण के लिए भी ठीक नही है.
1. होलिका की पवित्र अग्नि में गंदे कपड़े, टायर या प्लास्टिक का सामान न डालें. इससे होली माता का तिरस्कार होता है और पर्यावरण के लिए भी ठीक नही है.
2. होलिका की आग में पानी वाला नारियल नहीं डालना चाहिए. इसमें केवल सूखा नारियल ही चढ़ाना चाहिए. अन्यथा कुंडली में चंद्रमा की स्थिती बिगड़ती है.
2. होलिका की आग में पानी वाला नारियल नहीं डालना चाहिए. इसमें केवल सूखा नारियल ही चढ़ाना चाहिए. अन्यथा कुंडली में चंद्रमा की स्थिती बिगड़ती है.
3. होलिका दहन में फर्नीचर से निकला लकड़ी का टूटा-फूटा सामान नहीं डालना चाहिए. इससे शनि, राहु और केतु का अशुभ प्रभाव बढ़ता है.
3. होलिका दहन में फर्नीचर से निकला लकड़ी का टूटा-फूटा सामान नहीं डालना चाहिए. इससे शनि, राहु और केतु का अशुभ प्रभाव बढ़ता है.
4. होलिका दहन की अग्नि में कुछ लोग मीठे पकवान या फिर गुजिया भी चढ़ाते हैं. अगर आप भी ऐसा कर रहे हैं तो ध्यान रहे कि इसकी संख्या तीन न हो.
4. होलिका दहन की अग्नि में कुछ लोग मीठे पकवान या फिर गुजिया भी चढ़ाते हैं. अगर आप भी ऐसा कर रहे हैं तो ध्यान रहे कि इसकी संख्या तीन न हो.
5. होलिका की अग्नि में सूखी हुई गेहूं की बालियां और सूखे फूल भी नहीं डालने चाहिए. वरना शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होती है.
5. होलिका की अग्नि में सूखी हुई गेहूं की बालियां और सूखे फूल भी नहीं डालने चाहिए. वरना शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होती है.