दिल्ली-NCR में मेट्रो कनेक्टिविटी, एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट के विकास से प्रॉपर्टी की मांग बढ़ी है. गुरुग्राम, नोएडा, ग़ाज़ियाबाद में कीमतें 6-12% बढ़ीं, फिर भी बुकिंग और निवेश में वृद्धि हुई है.

दिल्ली-NCR में प्रॉपर्टी की कीमतें 6-12% बढ़ीं.
मेट्रो, एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट विकास से प्रॉपर्टी की मांग बढ़ी.
विशेषज्ञों के अनुसार, अभी रियल एस्टेट में निवेश का सही समय है.
दिल्ली-NCR में रहने वाले लाखों परिवार अब किराए के मकान से निकलकर अपना घर खरीदने की सोच रहे हैं. वजह है दूर के इलाकों में लगातार बढ़ती मेट्रो कनेक्टिविटी, नए एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट और बेहतर सड़क नेटवर्क, जिससे अब ऑफिस और घर के बीच की दूरी कम हो गई है. गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग़ाज़ियाबाद और फरीदाबाद जैसे इलाकों में बीते कुछ महीनों में प्रॉपर्टी की कीमतें जरूर बढ़ी हैं, लेकिन इसके बावजूद न तो साइट विजिट्स कम हुए हैं, न ही बुकिंग. विशेषज्ञ मानते हैं कि इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास और बेहतर कनेक्टिविटी ने इन शहरों में प्रॉपर्टी की मांग को और तेज कर दिया है. लोग अब रेंट देने के बजाय लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के तौर पर अपना घर खरीदने को प्राथमिकता दे रहे हैं.

दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट सेक्टर में इन दिनों एक दिलचस्प स्थिति देखने को मिल रही है. एक तरफ फ्लैट्स और प्लॉट्स की कीमतों में 6 फीसदी से लेकर 12 फीसदी तक का इजाफा हो चुका है, दूसरी तरफ खरीदारों और निवेशकों की दिलचस्पी कम होने के बजाय और बढ़ गई है.
साल की पहली तिमाही में 47% बढ़ा इंस्टीट्यूशनल निवेश
रियल एस्टेट में तेजी का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि साल 2025 की पहली तिमाही में भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में इंस्टीट्यूशनल निवेश 47% बढ़कर 0.81 अरब डॉलर (करीब ₹6,750 करोड़) तक पहुंच गया. वेस्टियन की रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान रेजिडेंशियल सेगमेंट में सबसे ज्यादा $506.1 मिलियन का निवेश हुआ, जो सालभर पहले की तुलना में 125% ज्यादा है. इसका सीधा असर दिल्ली-NCR जैसे बड़े हब्स पर भी दिख रहा है, जहां हाउसिंग सेक्टर में निवेश और बुकिंग दोनों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
कहां कितनी बढ़ी कीमतें?
गुरुग्राम (द्वारका एक्सप्रेसवे और न्यू गुरुग्राम): 8–12% की वृद्धि
नोएडा (सेक्टर 150, नोएडा एक्सटेंशन): 7–10% की बढ़ोतरी
ग्रेटर नोएडा वेस्ट: 6–9% तक रेट्स ऊपर गए
ग़ाज़ियाबाद (राजनगर एक्सटेंशन, सिद्धार्थ विहार, इंदिरापुरम): 6–8% की बढ़त
फरीदाबाद (नेहरू ग्राउंड, सेक्टर 88–89): 5–7% की वृद्धि

कीमतें बढ़ने के पीछे क्या कारण
मेट्रो, एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट जैसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट
कंस्ट्रक्शन और लैंड कॉस्ट में लगातार इज़ाफा
किराए से मिलने वाली कमाई (रेंटल यील्ड) बढ़ी है
स्टेबल होम लोन रेट्स से खरीदारों का भरोसा बना है
क्या अभी घर खरीदना सही रहेगा?
अगर आप दिल्ली-NCR में घर खरीदने का सोच रहे हैं तो विशेषज्ञों की राय में यह बिल्कुल सही समय है. प्राइस और डिमांड दोनों के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए यह समझा जा सकता है कि आने वाले महीनों में दाम और ऊपर जा सकते हैं. साथ ही इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टमेंट में जो बढ़ोतरी दिखी है, वह बाजार की मजबूती और स्थिरता की ओर इशारा करती है. इसलिए, विश्वसनीय डेवेलपर, अच्छी लोकेशन और अपने बजट के अनुसार प्रॉपर्टी चुनें- इससे न सिर्फ आपको एक अच्छा घर मिलेगा, बल्कि बेहतर रिटर्न भी सुनिश्चित होगा.